दिवाली से पहले बन रहा गुरु पुष्य योग, जानें सबसे अच्छा क्यों है?
दानिन महं तुम सम कोउ नाहीं। सेवक स्तुति करत सदाहीं॥
शिव भजन
शिव चालीसा - जय गिरिजा पति दीन दयाला । सदा करत सन्तन प्रतिपाला.
किया तपहिं भागीरथ भारी। पुरब प्रतिज्ञा तासु पुरारी॥
दुष्ट सकल नित मोहि सतावै । भ्रमत रहे मोहि चैन न आवै॥
पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे ॥
स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु अब संकट भारी॥
बुरी आत्माओं से Shiv chaisa मुक्ति के लिए, शनि के प्रकोप से बचने हेतु हनुमान चालीसा का पाठ करें
श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान ।
मैना मातु shiv chalisa in hindi की ह्वै दुलारी। बाम अंग सोहत छवि न्यारी॥
ब्रह्म – कुल – वल्लभं, सुलभ मति दुर्लभं, विकट – वेषं, विभुं, वेदपारं ।
लै त्रिशूल शत्रुन को मारो। संकट ते shiv chalisa lyricsl मोहि आन उबारो॥
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